Pooja Singh 30 Mar 2023 ग़ज़ल समाजिक #दोस्ती#पूजा के गीत #गीत पूजा के #पूजा #पूजा सिंह पूजा #गजल #याहू #गूगलGoogle #Yahoo#Bing 10162 0 Hindi :: हिंदी
शम्मा बुझे न दोस्ती का ऐ दोस्तों हमारे। तुम पे है जां निछावर ऐ दोस्तों हमारे। बसते हो पुतलियों में रहते हो दिल के अन्दर। नफरत में न बिछड़ना ऐ दोस्तों हमारे। तूफां में किश्तियों का इक दोस्त ही है साहिल। आंधी में तुम चिराग़ हो ऐ दोस्तों हमारे। बक्शे खुदा ये दोस्ती बिछड़ें कभी न हम। इतने मेरे करीब हो ऐ दोस्तों हमारे। देखो बिछड़ के तुमसे जीते हैं किस कदर हम। कैसे बतायें तुमसे ऐ दोस्तों हमारे। अधरों पे तेरा नाम रहता है सुबहो शाम। देवों में मेरे राम हो ऐ दोस्तों हमारे। दुनिया है ये फसाना हकीकत है किसने जाना। 'पूजा'के तुम नशीब हो ऐ दोस्तों हमारे। स्वरचित लेखिका -पूजा सिंह 'पूजा'