Kirti singh 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य हजार कोशिश बिखर गई हो गर आपकी तो फिर एक कोशिश करना अपनों के खातिर 89086 0 Hindi :: हिंदी
हजार कोशिश बिखर गई हो गर आपकी तो फिर एक कोशिश करना अपनों के खातिर क्या पता किस्मत की हिम्मत ना हो फिर से कोशिश बिखेर जाने की। ( Kirti singh)