Sharda prasad 30 Mar 2023 कविताएँ हास्य-व्यंग समाज गया तेल लेने 23059 0 Hindi :: हिंदी
घर का खाना हजम नही होता आ जाते पडोसी ,ऐसा कुदरत ने बनाया करते कानाफुसी ऐसे समाज से बच रह भैया जो देख तरक्की करे ता ता थैय्या करत बुराई खत्म ना हो जो समाज में बोये ,रोज रात में जाग-जाग के दूसरे तरक्की पर रोये ऐसे समाज काहे बनाया भगवान, जिसमे शामिल ना हो सके अच्छा इंसान|