Neha bansla 30 Mar 2023 ग़ज़ल दुःखद #womens #freedom # society # poems#motivational # girls #success # support # sahitya # udaan # school # memory # friends 😋🤭😃❤️🙏🙏❤️ dost ka 9931 0 Hindi :: हिंदी
की यूं तो कई शाम खफा है हमसे, पर सुबह की चाह पीछे छूट गई है। देख रही हूं पल पल जिंदगी को, रंग दिखावे के बिखेरती जा रही है । मंजर मेरे धुंधले हुए, कोई आस छूटी जा रही है। सिफारिश करते हैं सुख और दुख मुझसे .....इरशाद......! मेरे अंदर चाह मोक्ष की आती जा रही है और मल्हाओ की कुछ बाते पीछे छूटती जा रही। अब खुश हूं खुद से, बिना रुके जिंदगी जीने की कला मुझे आती जा रही है। यू तू कई शाम खफा है हमसे, पर सुबह की चाह पीछे छूटती जा रही है।