Anany shukla 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य हम चले जायेंगे 97378 0 Hindi :: हिंदी
छोटे-छोटे कदमों से हम चले जाएंगे, मंजिल दूर हो चाहे कितनी भी हम पहुंच जाएंगे छोटे-छोटे कदमों से हम चले जाएंगे आएंगी बड़े मुश्किल हालात ना होंगे आसान हौसले को जुटा कर अपने हम पा जाएंगे ना करेंगे हम आराम केवल करेंगे हम काम रात को भी काम कर दिन ही बनाएंगे छोटे-छोटे कदमों से हम चले जाएंगे आंधी हो या तूफान हो पहाड़ हो या चट्टान हो तोड़कर उसमें भी रास्ता हम ही बनाएंगे सूरज की तपन हो या मेघों का गगन हो नहीं पड़ेगा फर्क हमें हम चलते ही जाएंगे सूख जाए लहू भले ही हमारा अपने पसीने को ही अपना लहू बनाएंगे देखा जो सपना हमने उसे हम ही बनाएंगे छोटे-छोटे कदमो से हम चले जाएंगे