Pradeep 30 Mar 2023 गीत प्यार-महोब्बत 67782 0 Hindi :: हिंदी
मुखड़ा- दर्द दिलवा में जब जब उठी सनम, रातियों के ना आखिया सुती सनम, जाके हमरा से दूर रहबु रुठी सनम, रातियों के ना आखिया सुती सनम अन्तरा-1 हमर छोड़ी के हाथ ऐसन कईलु तु घात, रोई घरवा हमहु पकड़ के अपन माथ, ऐसन तोड़लु तु दिलवा अब ना जुटी सनम, रातियों के ना आखिया सुती सनम, अन्तरा-2 सुनील पवन से कईलु तुहू ऐसन प्यार, प्रदीप श्रीपाल के देहलु दिल से विसार, प्रकाश राज के दुनिया लेहलु लुटी सनम, रातियों के ना आखिया सुती सनम, गीत - प्रदीप ट्रैक - न्यू