Poonam Mishra 03 May 2023 गीत समाजिक मेरा गांव अभी भी नहीं बदला 6726 0 Hindi :: हिंदी
शहर की भागदौड़ से बहुत दूर मेरा गांव अभी भी खुले आसमान के नीचे ऐसे ही हरा भरा रहता है पहले की तरह रूप रंग में उसी तरीके से सजा रहता है हरी-भरी कटीली झाड़ियां फूल गेहूं के खेत देख कर ऐसा लगता है कि तुम अभी तक अपनी जड़ों से जुड़े हुए हो !ईश्वर करे तुम्हारी हरियाली! इसी तरह से बरकरार रहे !इसी तरह से धरती माता की गोद हमेशा हरी भरी रहे! स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा