Samar Singh 29 Apr 2023 कविताएँ दुःखद हर किसी की जिन्दगी में दुःख आता है, हम और आप उससे लड़ते हैं, चाहे मन से या बेमन से। 4631 0 Hindi :: हिंदी
कहानी दो पल का गम, कई सदी कह गया। मेरी आँखों में सिर्फ, एक बियावान मंजर रह गया। तड़प हर रोम- रोम की, मैं अब भी सुन रहा हूँ। बीते हुए पल का दर्द, हर पल गुन रहा हूँ। हर दुःख के सैलाब, अपने साथी बन बैठे। इन्हें झेलने के लिए, कम्बख्त महारथी बन बैठे।। जिंदगी क्या है, शायद दुःखों की कहानी है। याद दिल में रहे सदा, ऐसी एक निशानी है। तनहाई में साथ निभाए, वो आँखों का पानी है। रचनाकार- समर सिंह "समीर G"