Shiv Kishore 03 Jun 2023 शायरी समाजिक प्रेम की गंगा बहाना सीखो , 7177 0 Hindi :: हिंदी
कांटों के बीच रहकर मुस्कराना सीखो, गुलाब की तरह खिलो _ खिलखिलाना सीखो ,लोग बहुत प्यार करते नज़र आयेंगे___बस, प्रेम की गंगा बहाना सीखो । _ शिव किशोर
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