Yogesh Yadav 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद 68626 0 Hindi :: हिंदी
यह दिल कितना नादान है इसे कैसे समझाऊं उसको तू खोना नहीं चाहता और वो तेरी होना नहीं चाहती उससे प्यार का इजहार तो कर दे लेकिन एक डर सताता है कहीं वो बात करना बन्द ना कर दे बस अब दिन - रात उसी का ख्याल आता है उससे बात करने के बाद जो सुकून मिलता है उसकी कीमत नहीं नींद की गोलियां भी कल रात कहने लगी हम इंसानों पर असर करते हैं आशिकों पर नहीं सबसे बात हो रही है लेकिन जिससे मन है उससे ही नहीं हो रही Class में Last seat पर बैठकर सबको हंसाने वाला लड़का आज शांत हैं हम तो टूट गए लेकिन बस वो खुश रहे हम तो दिल पर पत्थर रखकर भी मुस्कुरा लेंगे बस अब तो हम एक दिन ऐसे सोयेगे कि लोग भी उठाने के लिए रोएंगे।