मोती लाल साहु 13 Nov 2023 शायरी अन्य देखे हैं कितने ही राही इन राहों ने- मंज़िल को जाते हुए 10512 0 Hindi :: हिंदी
युग कितने- इन राहों ने देखे, राही कितने- इन राहों ने देखे,, मोल मेरा- इन राहों ने तौल देखा, क्या मंज़िल- पथिक को तौल देखा....!!!! -मोती