मोती लाल साहु 30 Mar 2023 शायरी समाजिक बाकी अब मोबाइल का ज़माना है, आलम में - एक जंतु ने अपना वर्चस्व कायम किया है - धीरे-धीरे जन-मानस को निकल रहा है - बचपन को देखो दिमाग में नशा चढ़ा है - उसने अपना बचपन खो दिया है - जिसको देखो आधा पागल लगता है। 7187 0 Hindi :: हिंदी
आलम में- एक जंतु ने अपना, वर्चस्व कायम किया है धीरे-धीरे- जन-मानस को, निकल रहा है बचपन को देखो- दिमाग में नशा चढ़ा है उसने अपना- बचपन खो दिया है जिसको देखो- आधा पागल लगता है बाकी अब- मोबाइल का ज़माना है! -मोती