मोती लाल साहु 17 Jun 2023 शायरी समाजिक होठों में- मुस्कान है- रिश्तो के- दरमियां में- दिल अब हंसने की- इजाजत नहीं देता अपनों में। 6125 0 Hindi :: हिंदी
होठों- में मुस्कान है, रिश्तों के दरमियां में,, दिल- अब हंसने की, इजाजत नहीं देता अपनों में..!! -मोती