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पानी अदभुत तत्व है-करिए हद में खर्च

संदीप कुमार सिंह 28 Jun 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 6106 0 Hindi :: हिंदी

(कुंडलिया छंद)
पानी अदभुत तत्व है,करिए हद में खर्च।
तभी धरा गुलजार हो,नित्य करें नव सर्च।।
नित्य करें नव सर्च,बनें ज्ञानी का साथी।
फैलाएं मधु ज्ञान,शक्ति रखिए सम हाथी।।
कहते कवि संदीप,गुणों की डाली नानी।
सिख लें गुण आप,पिएं ज्यादा नित पानी।।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍️
जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

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