DINESH KUMAR KEER 08 Feb 2024 कविताएँ देश-प्रेम 5491 0 Hindi :: हिंदी
मोहब्बत का महीना मोहब्बत में जान क़ुर्बान कर गये ! वो अपनी पूरी ज़िंदगी, देश के नाम कर गये ! नहीं सोचा बच्चों का , पत्नी को बेसहारा छोड़ गये ! कहते हैं मोहब्बत इसे, अंतिम साँस तक लड़ गये ! हाँ! ये महीना है मोहब्बत का, सरहद पर जाने कितने शहीद हो गये !