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व्यथा तीची

Samir Lande 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक Samir Lande, समीर लांडे, व्यथा तीची , love 8229 0 Hindi :: हिंदी

व्यथा तीची सांगे कुनास 
तीचे दुःख तीच्या मनात
परक धन माहेर म्हणे 
सासर म्हणे लोकाची कार
नक्की घर कोणते इचे
ही विचारे कुणास
दोन घरांच्या दोन वाटा
एक सोडूनी एक पकडली 
सोबत नाजूक दोर नात्याची
दोन घरांशी जोडली
आली सणासुधी माहेर घरला 
पदर राहते सासर घरला 
व्यथा तीची सांगे कुनास
शेवटी तीचे दुःख तीच्या मनात
                      - समीर लांडे
                   @_samir_lande

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