Preeti singh 06 May 2023 कविताएँ धार्मिक आशीष दीजो प्रभु मेरे 6326 0 Hindi :: हिंदी
अस आशीष दीजो प्रभु मेरे सदा गुण गाऊं मै तेरे मैं तुझमें ऐसे समा जाऊं प्राणो में सांस हो जैसे भूलकर कोई भूल ना हो बन जाओ मार्गदर्शक मेरे अस आशीष दे दो प्रभु मेरे .. Preeti Singh