Kanhaiyalal 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत # कविता# कहानियां# प्यार# मोहब्बत# गजलें# 95917 3 5 Hindi :: हिंदी
और एक इश्क गली दिन भर रहती वीरान, शाम ढले एक लड़का गुमसुम सा आता उसके होठों पर अधूरे ख्वाब और नफरत की तलवार, जिसे देखकर सब लोग कहते वह है बेवफा यार। पर उस लड़के के अंदर कुछ और होता, जो उसे अलग बनाता दूसरों से हटकर। वह दर्द को चुपाता और उसमें तरक्की देखता , ये सोच कर कि जो नहीं मिला, उसे कहीं और पाना होगा। अब उस इश्क गली में नहीं वो गुमसुम सा लड़का होता, बल्कि वह अब खुश है और जीता हुआ जीता हुआ सा लगता है। क्योंकि उसने इश्क के दरिया में डूबते हुए भी अपनी नई पहचान बनाई, जिसने उसे जीने का सही तरीका सिखाया और उसे मुस्कुराने की वजह दिखाई l
1 year ago
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Kanhaiyalal jalandhra was born10 oct 2004 at harkhewala. It was intimate contect with nature and lo...