Poonam Mishra 02 Aug 2023 कविताएँ समाजिक सुनो कुछ कहना है 6221 0 Hindi :: हिंदी
अरे सुनो प्रिय !बाहर बारिश हो रही है । कुछ देर बैठो तो मेरे पास! क्या ?हसीन हवा चल रही है सुनो कुछ याद आ रहा है ! कभी इस बारिश के मौसम में हम तुमसे मिलने की कल्पना। किया करते थे ! आज तुम मेरे घर में मेरे लिए रोटी पका रही हो ! सुनो बारिश हो रही है ! कुछ देर बैठो तो मेरे पास देखो ना ! सड़के कितनी भीगी भीगी सी है घर की मेरी दीवारें भी भीग गई है! चारों तरफ पानी ,पानी ही, बरस रहा है ! हवा धीरे धीरे चल रही है ! दिन तो है पर कुछ अंधेरा सा लग रहा है ! लग रहा है बारिश बहुत तेज होगी! अरे सुनो !प्रिय कुछ देर बैठो तो मेरे पास ! आओ कुछ प्यार भरी बातें करें कितने बसंत गुजर गए कुछ बसंत अभी जीना बाकी है! आओ जी भर के जी ले ! थोड़ा तुम भी खुलकर हंस लो! थोड़ा मैं भी खुलकर जी लूं ! थोड़ी सी हंसी मैं भी इस मौसम से चुरा लू !आओ खाली कर दो !दिन भर की थकान को ! आओ मेरे कंधे पर सर रखकर कुछ अपनी कह दो ! कुछ अपनी सुन लो सुनो प्रिय ! आओ बैठो कुछ देर तो मेरे पास स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा