Sunny Kumar 21 Dec 2023 कविताएँ समाजिक Jay bhim, संविधान, बाबा साहब, भीमराव अम्बेडकर 7195 0 Hindi :: हिंदी
स्वयं से दूर हैं बहुत मजबूर हैं उनके आसाओं को जग से मिलने आया है BS4 आया है कुछ लोग दबाएं कुचले गए हैं, समाज से कटे हुए है उन्हें उनका हक दिलाने आया है BS4 आया है जो यहां के मूल निवासी हैं वहीं धरा पर वंचित रहें हैं उनका अधिकार दिलाने आया है BS4 आया है सदियों से जिनका शोषण हुआ है कदम कदम पर लज्जित हुए है उन्हें सम्मान दिलाने आया है BS4 आया है चंद समुदायों ने वैश्य और शूद्र किया था ज्ञान और शिक्षा से सदियों वंचित रखा था बाबा साहब के द्वारा प्रकाश फैलाने आया है BS4 आया है शताब्दियों से जग में भेद भाव रहा है ऊंच नीच का बोल वाला रहा है इन कुरीतियों को जड़ से मिटाने आया है BS4 आया है ✍️ sunny Kumar