Ekta Tiwari 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद करोना जाता नहीं क्यूं 61535 0 Hindi :: हिंदी
पिछले ही साल देश में कोरोना आया तू। हमने भगाया खूब फिर भी जाता नहीं क्यूं। देख अब तुझे हराकर हम आगे हैं बढ़ रहे। वैक्सिनेशन कराके फिर आजाद हो रहे। कोरोना से हम सब बहुत परेशान हुए हैं। इसकी चपेट में सारे जहान हुए हैं। कोविड ना जाने कितनों की है जान ले गया। फिर भी यहां कुछ लोग यूं अंजान बने हैं। हम धन्य हुए हैं ध ध धान्य हुए हैं। पहले से बेटर अब कुछ हालात हुए हैं। कोरोना का डर है मगर कोरोणा गर हुआ। जन जन की आदतों में भी खूब सुधार हुए हैं।