Ujjwal Kumar 21 Jun 2023 कविताएँ समाजिक दिल बहुत कुछ बोलना चाहता है। 4848 0 Hindi :: हिंदी
दिल बहुत कुछ बोलना चाहता है, मगर जुबान चुप रहती है, मन उदास सा यूं रहता है, एक आस सी टूटी लगती है, कोई आए समझा जाए ना, मेरे दिल को बहला जाए ना, इस असमंजस के भवर से, कोई इस दिल को निकालकर ले जाए ना !! ~ उज्जवल कुमार