Km Shalini 29 Dec 2023 कविताएँ अन्य #हार नहीं मानूंगी #सांस में सांस#विश्वास 6331 0 Hindi :: हिंदी
जब तक, मुझमें सांस है, मुझे ये विश्वास है। मैं सफल जरूर, हो जाऊंगी, गर मेहनत करती, जाऊंगी। कुछ मिले न मिले अगर, एक सुकून तो अवश्य मिलेगा, की हार नही मैने मानी थी, पर किस्मत ने कुछ और ही ठानी थी। कभी, कमी नहीं थी मेरे प्रयासों में, मैं लड़ती रही, जब तक सांस थी सांसों में।