संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मेरी कविता प्रेरणा से भरपूर है , जरूर आपको पसन्द आयेगी 37270 0 Hindi :: हिंदी
मौत का खौफ ना कर, बिना रुके सफर कर कभी भी दुनिया की परवाह ना कर बस अपने सपनों को सकार कर । यहा आए हो किसलिए?? खूब खाकर और पचाकर, जाना नहीं होगा। कुछ काम कर_नाम कर, आने वाले पीढियों के लिए कुछ बना कर जा, पूर्वजों के रूप में बहुत ही, श्रद्धा से याद किए जाओगे। चिंटू भैया
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....