SHUBHAM PATHAK 02 Jul 2023 कविताएँ अन्य 8896 0 Hindi :: हिंदी
चार दिन भी कोई दूसरा नहीं निभा सकता वो किरदार जो बाप पूरी जिंदगी निभाता है स्कुल के शिक्षक सिर्फ किताबी बाते ही सिखाता है वो बाप ही है जो पूरी दुनियादारी सिखाता है सही और गलत की राह दिखाता है चार दिन भी कोई दूसरा नहीं निभा सकता वो किरदार जो बाप पूरी जिंदगी निभाता है कई मुश्किलें हों सामने चाहें कितनी तकलीफो की ही क्यू ना हों राहें वो बाप ही है जो अपना हर फ़र्ज निभाता है चार दिन भी कोई दूसरा नहीं निभा सकता वो किरदार जो बाप पूरी जिंदगी निभाता है