Ujjwal Kumar 11 Jun 2023 कविताएँ दुःखद Sad 8165 0 Hindi :: हिंदी
अंधेरा मुझे फिर से बुला रहा है, मैं उससे दूर जाना चाहता हूँ... फिर क्यों सामने आ रहा है, मैंने तो रोना छोड़ दिया था... अब बड़ी मर्तबा के बाद, फिर से रोना आ रहा है... कोई मुझसे मेरी रूह छीनना चाहता है, मैंने बड़ी गौर से देखा तो यमदूत मुझे लेने आ रहा है... ✍स्वरचित रचना✍ उज्जवल कुमार