Pragati Rai 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 43823 0 Hindi :: हिंदी
मेरे गुरु यदि मेरे गुरु की दुआ हो मेरे साथ, तो मुझसे बड़ा कोई इंसान क्या होगा, गुरु का पिता तुल्य डाँटना मेरी गलतियों पर, तो मुझसे बड़ा कोई वात्सल्यवान क्या होगा, भगवान ने जिसे ख़ुद से ऊँचा ठहराया हो, तो सोचो गुरु ने सिर पर हाथ रख दिया, तो कोई मुझसे बड़ा कोई कामयाब क्या होगा, For my all Guru🙏🙏 नाम- प्रगति राय पता- ग्रा0 - रईसा, पोस्ट- कसारा जिला- मऊ