Aarti Goswami 20 Jan 2024 कविताएँ प्यार-महोब्बत दीदी पर कविता, बड़ी बहन पर कविता, मेरे दीदी कविता 5073 1 5 Hindi :: हिंदी
"मेरे दीदी" क्या लिखूं में आपके लिए जब भी लिखने लगती हूं शब्दो के भण्डार में शब्द फीके लगते हैं यार दीदी आप इतने अच्छे क्यूं हो कैसे करू आपकी अच्छाई का वर्णन जब भी करने लगती हूं कविता की शोभा बढ़ाने वाले अलंकार भी फीके लगते हैं यार दीदी आप दया की मूर्त हो सबके दिलो में प्रेम की सूरत हो और सबसे ज्यादा खूबसूरत हो कैसे दे दिए भगवान ने एक इंसान में इतने गुण जब भी सोचने लगती हूं दिमाग में आए विचार भी फीके लगते हैं मुझे तो आप मेरे लिए ईश्वर का भेजा फरिश्ता लगते हो जीवन का अहम हिस्सा लगते हो सफलता का जैसे किस्सा लगते हो यार दीदी कैसे बताऊं आप क्या हो बस जो भी हो बड़े ख़ास हो मेरी खुशियों का अहसास हो ~'आरती गोस्वामी'✍️
3 months ago