Jyoti yadav 14 Oct 2023 कविताएँ समाजिक इतनी आसान नहीं है हमारी राहें 10945 0 Hindi :: हिंदी
पता है हमें इतनी आसान नहीं है हमारी राहें पर क्या करूं चलना ही है ख्वाब ही ऊंची देखी है ये निगाहें तो मुश्किलों से भी मुस्कुरा के चलतीं हूं क्यों भरु आहें हां किसी के नजरों में कभी कभी कर कुछ गुनाहे पता है हमें इतनी आसान नहीं है हमारी राहें ज्योति यादव के कलम से ✍️ कोटिसा विक्रमपुर सैदपुर गाजीपुर