Preeti singh 18 May 2023 कविताएँ अन्य कलाकार कैसा हर चीज दी है हर चीज से बढ़कर 6254 0 Hindi :: हिंदी
सागर सा गहरा ,नदिया सा बहता, झरनों की झर- झर, पानी की कल- कल ,पर्वत सा ऊंचा ,बारिश की रिमझिम ,तारों की टीम -टीम ,फूलों का रंग जो , तितली सी चंचल प्रकृति बनी है हर चीज से बढ़कर कलाकार कैसा हर चीज दी है हर चीज से बढ़कर।