Shreyansh kumar jain 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 50000 49312 0 Hindi :: हिंदी
तुम चांद सी चमकती प्यार में लिखी एक प्यारी सी इबादत हो, आंखों में पिरोये प्यार को तुम एक बहती दरिया सी हो, तुम्हारी इस जवानी पर ना जाने कितने प्यार के आशिक फिदा है, तुम जवानी की रवानी हो तुम मोहब्बत की कहानी हो। स्वर्ग से भू लोक पर तुम प्यार की गंगा लेकर युहं उतरी, इस धरा पर तुमने प्यार की खुशबू चारों ओर युहं बिखेरी, तुम्हारे प्यार की मदहोशी में पागल यह सारा जमाना है, तुम जवानी की रवानी हो तुम मोहब्बत की कहानी हो। इन्द्र लोक में भी तुम चमकती एक प्यार की परी सी रानी हो, इस धरा के पालनहार में तुम माँ के रूप में ममता सी प्यारी हो, माँ सीता का रूप धर तुम इस धरा पर पत्नी सच्ची सावित्री सी हो, अगर हो गलत इस धरा पर कुछ भी तो तुम रूप माँ काली का धारी हो, नो रूपों की देवी माँ में भी तुम खुद इस धरा पर आकर समायी हो, तुम जवानी की रवानी हो तुम मोहब्बत की कहानी हो । पिता की हर खुशी का तुम एक प्यार सा हिस्सा हो हर दुःख में खडी तुम एक प्यारी सी बिटिया हो, भाई की सजा के कलाई तुम रक्षाबंधन के प्यार की कहानी हो, आयी इस धरा पर जब तुम आँखे युहं खोली उस पिता के दिल में जब तुमने प्यार की झोली भर दी, जब पिता ने तुझे किया था रूस्के गले से युहं विदा तुने उस पिता की इज्जत संभाल रख ली, तुने अपने प्यार से एक नहीं दो-दो घर की धरा को स्वर्ग सा निहारा है, तुम जवानी की रवानी हो तुम मोहब्बत की कहानी हो।