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वंश परंपरा की अगली पीढ़ी

Manju Bala 28 Jan 2024 कविताएँ समाजिक 3470 0 Hindi :: हिंदी

ढोल नगाड़े बज उठते है ,जब कुल दीपक घर आता है ,
वंश परंपरा की अगली पीढ़ी में,एक नया नंबर जुड़ जाता है |
बेटा ,माँ का दुलारा ,नैनों का तारा ,
भाई ,बहनों का राजदुलारा 
माता -पिता के बुढ़ापे का सहारा ,
घर में सब की आँखों का तारा |
ढोल नगाड़े बज उठते है ,जब कुल दीपक घर आता है ,
वंश परंपरा की अगली पीढ़ी में,एक नया नंबर जुड़ जाता है |

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