Manju Bala 28 Jan 2024 कविताएँ समाजिक 3470 0 Hindi :: हिंदी
ढोल नगाड़े बज उठते है ,जब कुल दीपक घर आता है , वंश परंपरा की अगली पीढ़ी में,एक नया नंबर जुड़ जाता है | बेटा ,माँ का दुलारा ,नैनों का तारा , भाई ,बहनों का राजदुलारा माता -पिता के बुढ़ापे का सहारा , घर में सब की आँखों का तारा | ढोल नगाड़े बज उठते है ,जब कुल दीपक घर आता है , वंश परंपरा की अगली पीढ़ी में,एक नया नंबर जुड़ जाता है |
I have done M.A in three subjects these are Hindi ,History ,Political science. I have also done M.Ed...