Vedika markam 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद 13372 0 Hindi :: हिंदी
किसी ने क्या खुब कहा है जब तक कडकती धुप से हमारे पाव ना जले तब तक हम आपने कदम छाया कि ओर जल्दी जल्दी नही बढाते हैं, ठीक उसी प्रकार जब तक जिंदगी ,हमें दुख, तकलीफ, असफलता ना दे तब तक हम अपने कदम सुख ,सफता की ओर नहीं बढाते,इसलिए हमारे जिवन में दुख,आसफलता ,समस्याएं आवश्यक है