राकेश 18 Aug 2023 कविताएँ समाजिक दूजे के दुख में सुख, 7012 0 Hindi :: हिंदी
दुख बर्दास्त करना नहीं जब किसी के लिए आसान, तो एक दूजे पर करे एहसान, दूजे के दुख में ढूंढे ना सुख इंसान। मिलजुल कर करें, आज ही यह है ऐलान, किसी को दुख देना इंसानियत का है अपमान, किसी के दुख में सुख ढूंढने का नहीं करेंगे नीछ काम।