Anonymous 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक #दीपावली 21707 0 Hindi :: हिंदी
श्री राम, लखन,सीता मैया संग , जब अपने घर आए । वह शुभ बेला, खुशियां लायी, जन जन ने दीप जलाए । जन जन ने दीप जलाए । दीपों से , श्रृष्टि हुई जागृत, स्वर्ग धरा पर आई । वह शुभ पल सौभाग्य बना, इतिहास गढ़ा , धरती ने राह दिखाए , जन जन ने दीप जलाए । जन जन ने दीप जलाए । दीपों की अवली , दीपावली । ये शब्द हृदय मन भाए, श्री राम वचन उद्धरित, इस शब्द ने , सुख, समृद्धि लाए, जन जन ने दिए जलाए। जन जन ने दिए जलाए । स्वरचित पंकज कुमार