Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

हर दिल में कुछ अच्छाई-तो कुछ बुराई

संदीप कुमार सिंह 11 Dec 2023 कविताएँ समाजिक How to published articles?How to open saving account Paytm?How to download Facebook?How to created Facebook page?How to create Facebook Group?How to download Instagram? 3968 0 Hindi :: हिंदी

हर  दिल  में  कुछ  अच्छाई,  तो  कुछ  बुराई।
खुदा  की  ऐसी  ही  है,  कुछ  विशेष खुदाई ।
यूँ  न  किसी  पर  यार  मेरे,  लगा   न   इल्ज़ाम-
क्योंकी  ये  बेवफा  जिन्दगी, होती है  पराई ।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍️
जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: