संदीप कुमार सिंह 29 Jun 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी रोमांचित होंगें। 7135 0 Hindi :: हिंदी
है बड़ा निशिला बारिशों का पानी, मेरी रानी आ जरा संग भींग लें। घूंघट से मुखड़े को निकाल जरा, आने गालों पे बरसात की लाली। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....