Abdul Qadir 26 Apr 2023 कविताएँ बाल-साहित्य बालक की बात 8302 0 Hindi :: हिंदी
छोटी सी बिटिया मेरी करती रोज लड़ाई है, बक बक करती दिन भर लगती बूढ़ी माई है। रोज सबेरे नखरे करती मैं पढ़ने ना जाउंगी, टाफी खाती है चिल्लाती रोटी गुढ खाउंगी। चढ़ जाती है कंधों पर और खूब मुझे सताती है। मुझे छोड़ तब जाती है जब आती उसकी माई है। पिन पिन करती है जब उसे जगाया जाता है। करती है हुडदंग और फिर रोज पिटाई खाई है।