Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

घमंड , अभिमान अहंकार

Disha Shah 26 May 2023 कविताएँ समाजिक 6105 0 Hindi :: हिंदी

घमंड , अभिमान  अहंकार 
में मत रहो तुम 
इसमें कुछ नहीं है 
ये तीन चीज 
कैंसर से भी खतरनाक है 
इससे त्यागो तुम 
दयालु ,करुणा ,मानवता 
को अपने अंदर लाओ तुम 
घमंड , अभिमान  अहंकार 
में मत रहो तुम 
इससे तुम्हारी ज़िंदगी 
बर्बाद हो जाएगी 
दुख ही है इसमें 
अपने समय को 
मत बर्बाद करो तुम 
घमंड , अभिमान  अहंकार 
को त्यागो तुम 
अच्छे इंसान बनो तुम 
अच्छाई को अपनाओ तुम 
बुराई को त्यागो 
खुशिया बातो तुम 
खुशी इसमें ही है

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: