संदीप कुमार सिंह 24 Apr 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत मेरी यह ग़ज़ल एक बेहतरीन रचना है। जिसे पाठक गण पढ़कर या सुनकर काफी खुश होंगें तथा जीवन के लिए बड़ी उपयोगी सिद्ध होगी। 5596 0 Hindi :: हिंदी
प्यार से पेश आया करो, दिल सदा ही लगाया करो। प्रेम की जोत को साथ रख, दीप को तुम जलाया करो। खास बन तुम जहां में सदा, तिमिर को तुम भगाया करो। मांग लूं सब खुशी नाथ से, राह सच का बताया करो। काल का ध्यान सब नित करो, प्रीत प्रभु से निभाया करो। बाग बन कर रहें हो खुशी, महक को मनु लुटाया करो। गम सदा यार सब पी चलो, पर खुशी को दिखाया करो। चार दिन प्राण के हैं यहां, सो सभी को हसाया करो। सच कहूं नाम संदीप है, सत्य का गुण सुनाया करो। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....