संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मेरी कविता प्रेरणा से भरपूर और संसार के सच्चाई को उजागर करते पाठकों को बहुत ही पसन्द आयेगा । 38400 0 Hindi :: हिंदी
एक समूह है जो पूरे संसार को, एक डोर में पिरोकर नजदीक कर दिया है। कई महादेशों और कई महासागरों, के पार वासियों को, प्यार और स्नेह, के मजबूत बन्धन में एक मंच पर रखा है। चाहे काला हो या गोरा हो, चाहे लम्बा हो या ठिगना हो, सभी सिद्धांतों के दायरे में एक दूसरे के साथ हैं। आयात और निर्यात, लेने_देन की सतत प्रक्रिया, अनवरत चलती रहती है। दु:खों के वेला में साथ देना या सु:खों के वेला में शिरकत होना, संसार बन्धन की एक, मानवता की गठजोड़ को दर्शाता है। निर्माणों की नई पद्धतियां हो, या कोई नवीन खोज हो, आपस में देर_सवेर बताया ही जाता है। करोना काल का ही जिक्र है, वैक्सिनेशन का भारत से अमेरिका, तक को निर्यात किया गया। और बाद में भारत में भी, इटली और अन्य देशों से मंगाया गया। तो इस तरीके से, देश_देश मिलकर महादेश, और महादेश_महादेश मिलकर, एक सम्पूर्ण और मजबूत संसार निर्मित है। चिंटू भैया
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....