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हाथों की लकीर में जो लिखा ही नहीं -जिंदगी उसी से जाके टकरा गई

Ranjana sharma 23 Jul 2023 शायरी दुःखद हाथों की लकीर # google# 8862 0 Hindi :: हिंदी

हाथों की लकीर में जो लिखा ही नहीं 
जिंदगी उसी से जाके टकरा गई
 उसे खोने से डरता है  दिल 
अब लगता है तुझसे बिछड़ने से पहले 
मौत क्यों नहीं आ गई।
                   धन्यवाद

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