DINESH KUMAR KEER 27 May 2023 कविताएँ समाजिक 17752 0 Hindi :: हिंदी
संघर्षों की समर भूमि में, हमसे पूछो हम कैसे हैं, संघर्षों की समर भूमि में, हमसे पूछो हम कैसे हैं, कालचक्र के चक्रव्यूह में, हम भी अभिमन्यु जैसे हैं, कालचक्र के चक्रव्यूह में, हम भी अभिमन्यु जैसे हैं,