Danendra 30 Mar 2023 शायरी समाजिक 25117 0 Hindi :: हिंदी
यूं ही नहीं मिलती मंजिल, ठोकरें खाकर चलना होगा । कठिन पड़ाव पार कर , अपने मंजिल की ओर बढ़ना होगा ।। बार- बार लगातार हार होने पर ,भी और कोशिश करना होगा । अब असफलता की सीख ही तो, मंजिल तक पहुंचाया होगा ।। एक बार कोशिश करके तो देख ,एक बार ठोकरें खाकर तो देख ।।