Swami Ganganiya 12 Aug 2023 शायरी अन्य हिन्दी शायरी 6394 0 Hindi :: हिंदी
किसी ने कहा- हे वजूद किसका जो हमको ऊभार दे। उसके बाद- थोडे कदम ऊपर ऊठे नही चिल्लाया नीचें उतार दे। फिर उसने कहा- मेरे खुदा, मैं तो सुधर गया हूँ जो ऐसी सोच रखते हे तु उन सब को सुधार दे। अब अभिमान कहा बचा है खुद में हो सके थोडा गुरूर, तु मुझे ऊधार दे। जो पहले ही ज्यादा लेकर घूम रहे है तु उन सबको सुधार दे। अब मुझमें कहा है घमण्ड हो सके थोड़ा गरूर, तु मुझे ऊधार दे। *** ***