Mukesh Namdev 18 May 2023 शायरी प्यार-महोब्बत पैरों,पाजेब,मेहंदी,महक़,खनक 7193 0 Hindi :: हिंदी
"पैरों" "जब-जब तुम अपने पैरों को देखोगी, तब-तब उन पैरों मे तुम मुझको देखोगी, वो पाजेब की खनक,वो मेहंदी कि महक़, जब-जब तुम उसको महसूस करोगी, तब-तब तुम मुझे अपने पैरों मे देखोगी" #Mukesh Namdev