Swami Ganganiya 01 Oct 2023 शायरी अन्य हिन्दी शायरी 8246 0 Hindi :: हिंदी
तुम न जाने कितने सवाल करते हो। हे जवाब सबके क्यों खुद को इतना बेताब करते हो। कहाँ से लाते हो सारे सवाल पर सारे सवाल तुम लाजवाब करते हो। क्या छुपा के रखा है दिल में जो हर सवाल में बया करते हो। कभी कोई जवाब देना पड जाये उसका कोई इन्तजाम रखते हो। तुम न जाने कितने सवाल करते हो हे जो भी दिल में उसे बेहिसाब बया करते हो। 🦋🥀स्वामी गंगानिया🥀🦋