AJAY ANAND 12 Apr 2023 शायरी प्यार-महोब्बत अपनापन, प्यार, महकते फूल 13260 0 Hindi :: हिंदी
कोई हमें अपना सा लगने लगा है..! बिछड़े थे जो पहले ,मिलकर उनसे, सपने रंगीन सजने लगा है..!! कल ही बातें हुई थी हमें उनसे आज महकते फूल मन में खिलने लगा है..!!! अजय आनंद ,सुल्तानगंज , भागलपुर , बिहार