SACHIN KUMAR SONKER 30 Mar 2023 शायरी दुःखद GOOGLE (मेरी ख़ामोशी ) 11572 0 Hindi :: हिंदी
मेरी ख़ामोशी को मेरा गुरूर मत समझो, क्योंकि बेवजह आवाज देने की आदत नही है मेरी। ख़ामोश रह कर भी अपनी बात समझाई जा सकती है, बस कोई समझने वाला होना चाहिये। सचिन कुमार सोनकर