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नूर नहीं- मैं क्या करूँगा उस जिस्म का

Rupesh Singh Lostom 25 Jun 2023 शायरी प्यार-महोब्बत नूर नहीं 3999 0 Hindi :: हिंदी

तेरा जुल्फ लहराने लगा हैं 
हुस्न भी बहकाने लगा हैं 
सच में तेरा रोम रोम 
जुल्म ढाने लगा हैं 

वो दुआ करते हैं 
मैं फना हो जाऊ 
और मैं दुआ करता हु 
उनकी दुआ लग जाये 

मैं क्या करूँगा उस जिस्म का 
जिस मे रूह नहीं नूर नहीं 
क्या पालूंगा मैं उसे पा के 
जिस में जज्बात नहीं 
मैं कैसे समझाऊ 
अपने दिल को 
की उस को कोई 
तेरे लिया एहसास नही

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